पंडित दीनदयाल योजना: शिक्षा, स्वास्थ्य और वित्तीय सहायता के माध्यम से गरीब परिवारों का जीवन बदलने वाली सरकारी पहल, जानिए कैसे मिलेगा लाभ

पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर शुरू की गई विभिन्न योजनाएं भारत के गरीब और वंचित वर्गों के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं। इन योजनाओं का मुख्य उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और वित्तीय सहायता के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों को सशक्त बनाना है।

विशेष रूप से, पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना महाराष्ट्र में अनुसूचित जनजाति और धनगर समुदाय के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद कर रही है, जबकि हरियाणा में दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना गरीब परिवारों को मृत्यु या स्थायी विकलांगता के मामले में वित्तीय सहायता प्रदान करती है।

वर्तमान समय में, ये योजनाएं विभिन्न राज्यों में अलग-अलग रूपों में लागू की जा रही हैं, जिससे लाखों लोगों को लाभ मिल रहा है। उदाहरण के लिए, महाराष्ट्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना के तहत विद्यार्थियों को 60,000 रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद मिलती है।

इसी प्रकार, हरियाणा में दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना के तहत, 6 से 60 वर्ष की आयु के व्यक्तियों को उनकी आयु के आधार पर 1 लाख से 5 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। इन योजनाओं का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना और “अंत्योदय” की भावना को साकार करना है।

पंडित दीनदयाल योजना के प्रकार और लाभ

पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना महाराष्ट्र सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य राज्य के अनुसूचित जनजाति और अन्य वंचित वर्गों के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करना है। इस योजना के तहत विद्यार्थियों को मुफ्त शिक्षा, रहने की सुविधा और भोजन भत्ता प्रदान किया जाता है। विशेष रूप से, जिन विद्यार्थियों को सरकारी छात्रावासों में जगह नहीं मिलती, उन्हें इस योजना के माध्यम से सहायता दी जाती है।

हरियाणा में दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना के तहत, 1.80 लाख रुपये से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसके अलावा, गोवा में दीन दयाल स्वास्थ्य सेवा योजना स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान करती है, जबकि दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना ग्रामीण युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करती है।

उत्तर प्रदेश में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना सरकारी कर्मचारियों को कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है।

पंडित दीनदयाल योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया और पात्रता मानदंड

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पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वयं योजना के लिए आवेदन करने के लिए, विद्यार्थियों को आधिकारिक वेबसाइट https://swayam.mahaonline.gov.in पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में जाति प्रमाण पत्र, जाति वैधता प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड और बैंक खाता विवरण शामिल हैं। यह महत्वपूर्ण है कि विद्यार्थी का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए।

योजना की पात्रता मानदंड के अनुसार, विद्यार्थी की परिवारिक वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। विद्यार्थी को उस शहर का स्थानीय निवासी नहीं होना चाहिए जहां वह पढ़ाई कर रहा है। धनगर समुदाय के विद्यार्थियों के लिए, 15 मार्च 2024 तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे। हरियाणा में दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना के लिए, आवेदकों को https://dapsy.finhry.gov.in पर अपना दावा दाखिल करना होगा और उन्हें परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) संख्या होनी चाहिए।

उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में स्मार्ट सिटी मिशन और पंडित दीन दयाल उपाध्याय योजना के लिए क्रमशः 4 अरब और 5 अरब रुपये आवंटित किए हैं, जो इन योजनाओं के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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